भारत में विभिन्न प्रकार के मार्गेज लोन्स को समझना
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सबसे आकर्षक, और सबसे पसंदीदा और सबसे वरीयताप्राप्त लोन बेशक मार्गेज लोन ही है। इनकी अनेक विशेषताएं, लाभ, और विविधताएं होती हैं। बैंक और एनबीएफसी यह सुरक्षित लोन प्रदान करते हैं। धनराशि प्राप्त करने के लिए ऋणकर्ता, अपनी भूमि या प्रापर्टी ऋणदाता के पास गिरवी रखता है। प्रापर्टी की कीमत के लगभग 70% के बराबर राशि लोन राशि के रूप में प्रदान की जाती है। लोगों को आकर्षित करने के लिए अनेक प्रकार के मार्गेज लोन्स प्रदान किए जाते हैं। वाणिज्यिक संपत्तियां, या व्यक्ति, अपने स्वामित्व वाली प्रापर्टी को प्रतिभूति के रूप में बंधक रखते हैं। आगे बढ़ने से पहले आइए समझें कि मार्गेज लोन क्या होता है।
मार्गेज लोन्स, परिभाषा:
यह बस आपके स्वामित्व वाली किसी प्रापर्टी के विरूद्ध लोन होता है। संबंधित प्रापर्टी आपका मकान, एक दुकान, या कोई गैर-कृषि योग्य भूखंड हो सकता है। यह लोन बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों द्वारा दिया जाता है। ऋणदाता आपको मूल लोन राशि प्रदान करता है और उस पर आपसे ब्याज लिया जाता है। आप लोन को किफायती मासिक किश्तों के रूप में चुकता कर सकते हैं। आपकी प्रापर्टी ही आपकी गारंटी होती है, और यह तब तक ऋणदाता के अधिकार में बनी रहती है, जब तक कि लोन पूरी तरह से चुकता नहीं हो जाता। इस प्रकार, लोन की अवधि के दौरान प्रापर्टी पर ऋणदाता का कानूनी दावा होता है और अगर ऋणकर्ता, लोन को चुकता करने में चूक करता है, तो ऋणदाता को उसकी वह प्रापर्टी जब्त करने और नीलाम कर देने का अधिकार होता है।
आइए विभिन्न प्रकार के मार्गेज लोन को समझें:
प्रापर्टी के विरूद्ध लोन (एलएपी):
प्रापर्टी के विरूद्ध लोन प्रायः एलएपी कहलाता है। एलएपी, वाणिज्यिक और आवासीय संपत्तियों हेतु दिया जाता है। ऋणकर्ता को ऋणदाता संस्थान से वित्त प्राप्त करने के लिए अपनी प्रापर्टी बंधक (मार्गेज) रखनी होती है। प्रापर्टी के मूल दस्तावेज़ ऋणदाता के पास तब तक जमा रहते हैं, जब तक कि लोन पूरी तरह से चुकता नहीं कर दिया जाता। ऐसे लोन्स का पुनर्भुगतान पूरी तरह से ईएमआई के आधार पर होता है। अनेक बैंक अपनी वेबसाइट पर प्रापर्टी के विरूद्ध ईएमआई की गणना करने का विकल्प उपलब्ध कराते हैं। यह ऋणकर्ताओं की सुविधा के लिए होता है। ऐसे लोन्स की अवधि प्रायः पन्द्रह वर्ष तक की होती है।
वाणिज्यिक खरीद:
वाणिज्यिक खरीद वाले लोन्स प्रायः व्यवसायी और उद्यमी लोगों द्वारा लिए जाते हैं। वे वाणिज्यिक संपत्तियां, जैसे कि दुकान, ऑफिस स्पेस, और वाणिज्यिक परिसर (कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स) खरीदने के लिए ऐसे लोन लेते हैं। यह लोन ऐसी खरीदारियों के लिए उपयुक्त होता है। इस लोन की राशियों का उपयोग केवल प्रापर्टी खरीदने के लिए ही किया जाना चाहिए।
पट्टा किराया छूट:
अपनी आवासीय या वाणिज्यिक प्रापर्टी को लीज (पट्टे) पर देना एक आम बात है। मार्गेज लोन्स प्रायः पट्टे वाली प्रापर्टी पर भी लिए जाते हैं। इसे ‘पट्टा किराया छूट’ भी कहा जाता है। मासिक किराया राशि ईएमआई में बदली जाती है और लोन राशि भी उसी के आधार पर दी जाती है। लोन अवधि और लोन राशि दोनों ही उस अवधि पर निर्भर होती हैं, जब तक कि प्रापर्टी को पट्टे पर रखा जाना है। लोन देने वाले बैंकों और एनबीएफसी के समक्ष पट्टा अनुबंध प्रस्तुत किया जाता है।
द्वितीय मार्गेज लोन:
बैंकों और एनबीएफसी द्वारा ऐसी प्रापर्टी के विरूद्ध भी मार्गेज लोन्स दिए जाते हैं, जिन पर पहले से ही एक लोन होता है। अगर कोई ऋणकर्ता आज लोन लेकर कोई प्रापर्टी खरीदता है, तो वह अपनी खुद की ज़रूरतों के लिए उसी प्रापर्टी पर एक अतिरिक्त लोन ले सकता है। जब कोई ऋणकर्ता ऐसे मार्गेज लोन के लिए आवेदन करता है तो इसे प्रायः होम लोन पर टॉप अप लोन कहा जाता है। ऋणकर्ता के क्रेडिट स्कोर और लोन पुनर्भुगतान के इतिहास के आधार पर ऋणदाता अन्य आवश्यक लोन प्रदान करता है। ऋणकर्ता, प्रथम मार्गेज होम लोन के साथ इस नए मार्गेज लोन की ईएमआई भी चुकता करना शुरू कर देता है।
रिवर्स मार्गेज:
मकान मालिक वरिष्ठ नागरिकों का जीवन सुखद बनाने के लिए रिवर्स मार्गेज लोन (आरएमएल) को भारत में 2007 में शुरू किया गया था। लोन के लिए रिवर्स मार्गेज वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक उचित तरीका है, जिसके जरिए वे कुछ निधियां प्राप्त कर सकते हैं, अगर उनको नकदी की आवश्यकता हो और उनके नाम से उनके पास कोई प्रापर्टी हो। अपने स्वामित्व में पहले से मौजूद प्रापर्टी का मार्गेज के रूप में उपयोग करते हुए, वरिष्ठ नागरिक किसी बैंक से धन उधार ले सकते हैं, जिसे बैंक द्वारा मासिक किश्तों के रूप में भुगतान किया जाता है।
होम लोन:
होम लोन, भारत में लोन का सबसे सामान्य प्रकार है। प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों, सुविधाजनक अवधि, तथा कर कटौती के लाभ प्राप्त करने के लिए उपभोक्ता, छोटे, मध्यम और बड़े आकार के होम लोन्स हेतु आवेदन करते हैं। ऋणकर्ता को अपने मकान की मरम्मत कराने, नवीनीकरण कराने, और पुनर्निर्माण कराने का अवसर प्राप्त होता है। आप मकान बनवाने के लिए जमीन खरीदने, या खरीदी जा चुकी जमीन पर एक मकान का निर्माण कराने, या कोई निर्माणाधीन प्रापर्टी खरीदने के लिए भी एक होम लोन ले सकते हैं। इसे नई या रिसेल वाली प्रापर्टी के लिए लिया जा सकता है। हालाँकि ऋणकर्ता द्वारा लिए जाने वाले ऐसे लोन की राशि को अनिवार्य रूप से केवल मकान के लिए ही खर्च किया जाना चाहिए। ऐसी निधियों को अन्य निजी या व्यावसायिक ज़रूरतों के लिए खर्च नहीं किया जा सकता है।
मार्गेज लोन्स के लिए आवेदन कैसे करें:
भारत में मार्गेज लोन के लिए आवेदन करना कुछ कठिन काम है, लेकिन अगर सही दस्तावेज़ों और सुझाई गई प्रक्रिया के अनुसार इसे किया जाए तो इसमें कोई परेशानी नहीं आती। जिस बैंक को आपने चुना है, उसके नियमों और शर्तों को सावधानी से पढ़कर दोनों पहलुओं को अच्छी तरह से समझ लें। चूंकि प्रापर्टी के विरूद्ध लोन का चुनाव करना, शुरूआती कदम है, इसलिए आवेदक को निर्दिष्ट दस्तावेज़ों के साथ अपने बैंक से संपर्क करना चाहिए। जमा किए गए दस्तावेज़ों का सत्यापन पूरा हो जाने के बाद लोन मंजूर हो जाता है। लेकिन इसे मंजूर कराने में आपका काफी समय खर्च हो जाता है। इसके लिए कुछ निश्चित प्रक्रियाएं पूरी करनी होती हैं, जैसे कि आवेदक के बैंक द्वारा क्रेडिट का मूल्यांकन, बैंक द्वारा प्रापर्टी के विरूद्ध दस्तावेज़ों का एकत्रीकरण, कानूनी सत्यापन इत्यादि।
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